मंत्र साधना से पहले कोई भी गुरू मंत्र जो भी आपको मिला हो गुरु मंत्र का १२५००० जाप करें . फिर दूसरी साधना करें. अगर कोई भी गुरू नही है तो और यदि योगय गुरु न मिले तो निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का १२५००० जाप करें फिर साधना प्रारंभ करें.:- १] शिव पंचाक्षरी मंत्रम :- :: ॐ नमः शिवाय :: २] महाकाली बीज मंत्रम :- || ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ॐ || ३] शिव शक्ति मंत्रम :- || ॐ साम्ब सदाशिवाय नमः || ४] शिव गुरु मंत्रम :- || ॐ महादेवाय जगद्गुरुवे नमः || जप कैसे करें:- जाप के लिए रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है आप उसी से जाप कर सकते हैं. गुरु मन्त्र का जाप करने के बाद उस माला को सदैव धारण कर सकते हैं. इस प्रकार आप मंत्र जाप की उर्जा से जुड़े रहेंगे और यह रुद्राक्ष माला एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा. गुरु मंत्र का नित्य जाप करते रहना चाहिए
यह ब्लोग विभिन्न प्रकार के मंत्रों स्रोतों एवं वैदिक शास्रोकत साहित्य की पुरातन कृतियों मे से लिया गया है...तांकि वह लोग जो इस दिव्य ग्यान के प्रति निष्ठावान है तक पहुंच सके.. ये सिर्फ वैदिकता के प्रचार एवं प्रसार के लिए यहां दिया जा रहा है. ईसकी उपयोग अपने जीवन की कठिनाइयों को दूर करने के लिए एवं आधयातमिक के. प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए करें एवं उत्थान करे यदि किसी तरह की कोई जिगयासा या जानकारी की जरूरत हो वह व्यक्ति संपर्क करे वसआप नं पर +1-518-9456693