(मोहिनी एकादशी का महत्व) मोहिनी एकादिशी को सभी एकादशीयों में सबसे ऊंचा स्थान प्राप्त है। इस एकादशी का व्रत रखने से न केवल मनुष्य के सभी कष्टों का निवारण होता है । बल्कि उसे मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। इसलिए प्रत्यके व्यक्ति को इस मोहिनी एकादशी का व्रत अवश्य रखना चाहिए। पुराणों के अनुसार मोहिनी एकादशी के बारें में बताया गया है कि जब रावण ने सीता माता का हरण कर लिया था । उस समय प्रभु श्री राम सीता माता के वियोग के दुख से तड़प रहे थे। जिसके बाद अपने दु:खों से मुक्ति पाने के लिए श्रीराम नें मोहिनी एकादशी व्रत किया था इतना ही नहीं, पांडवों के ज्येष्ठ भ्राता युद्धिष्ठिर ने भी अपने दु:खों से छुटकारा पाने के लिए पूरे विधि विधान से मोहिनी एकादशी का व्रत को किया था। जिसके बाद उन्हें अपने सभी दुखों से छुटकारा मिल गया था। मोहिनी एकादशी (व्रत कथा) सभी दुखों से तारने वाली मोहिनी एकादशी की व्रत कथा की इस प्रकार है। एक समय में भ...
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